अड़ती किसान से सस्ते में लेकर महंगे में malls और दुकानदारों को बेचते हैं। मोदी जी चाहते हैं किसान खुद महंगे दामों में Malls और दुकानदारों को बेचे ताकि किसान की आमदन बढ़े।
यही नए कृषि कानून हैं।
मोदी सरकार से लगातार मिल रही सहायता, MSP पर फसलों की खरीद से बढ़ रही आमदनी, 11% मंडी टैक्स से छुटकारा, 4% आढ़तियों को दी जाने वाली दलाली से छुटकारा, आढ़तियों के कर्ज पर 40-60% ब्याज से छुटकारा, फसल की कमाई बग़ैर किसी प्रकार की कटोती के सीधे बैंक खाते में आने के कारण किसानों की कमाई में 50% तक की बढ़ोतरी हुई है। किसान अब आत्महत्या नहीं कर रहे हैं।
अंध चम्मच कांग्रेसी एवं Xi jingping के अंध गुलाम वामपंथियों के सड़कों पर बैठने का यही मुख्य कारण है
MSP से अधिक देने वाले को फसल बेचने का विकल्प काला कैसे,
आढ़ती की कमीशन से छुटकारे का विकल्प काला कैसे,
आढ़ती के ब्याज से छुटकारे का विकल्प काला कैसे,
मंडी टैक्स से छुटकारे का विकल्प काला कैसे?
जमींदारों को गोदाम बनाने के विकल्प काला कैसे,
फसल डायरेक्ट बेचने का विकल्प काला कैसे
जमीदारों किसानों को अनाज अपने गोदाम में रखने का विकल्प काला कैसे।
अल्लाह हु अकबर के नारों
खालिस्तान जिंदाबाद के नारों
का कृषि कानून से क्या सम्बन्ध।
नये कृषि कानून किसानों के ऊपर लगे सभी प्रतिबंध और बंदीशें हटाते हुए किसानों को आजादी का विकल्प देते हैं।
जो नारे देते हैं " मां के टुकड़े टुकड़े कर Xi jingping को खिलाएंगे"
क्या ये आपको जिन्दा छोड़ेंगे ?
कांग्रेसी वामपंथी फंडा;
लोगों को हमेशा गरीब भूखा रखो ताकि वो सरकार से ना लड़ पायें।
मोदी फंडा ;
कोई भूखा न मरे। कोई गरीब ना रहे।
नतीजा ;
एक साल से अंदोलनजीवी रास्ते रोक के बैठे हैं क्योंकि उनकी गरीबी दूर हो गई है।
कोई खाली पेट नहीं लड़ सकता। जो सरकार से एक साल से लड़ रहे हैं, उन्हें ज़िन्दगी भर खाने पीने की चिन्ता नहीं। वो सरकार के दिये पैसे पर ही सरकार से लड़ रहे हैं।
कपिल देव अगरवाल
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